अमरीका ने अवैध रूप से अपने देश में रह रहे 104 भारतीय नागरिकों को स्वदेश भेजा है। यह पहली बार है जब अमरीका ने इस उद्देश्य के लिए सैन्य विमान का उपयोग किया है, जो अवैध प्रवासियों की त्वरित वापसी की दिशा में प्रशासन की नई पहल को दर्शाता है।
स्वदेश लौटे नागरिकों में 25 महिलाएं और 13 बच्चे शामिल हैं। राज्यवार विवरण के अनुसार, 35 नागरिक हरियाणा, 33 गुजरात, 31 पंजाब, 3 उत्तर प्रदेश और 2 महाराष्ट्र से हैं। इनमें से अधिकांश को अमृतसर में उतारने के बाद, पंजाब और हरियाणा के नागरिकों को सड़क मार्ग से उनके गृह राज्य भेजा गया, जबकि गुजरात और अन्य राज्यों के नागरिकों को विमान के माध्यम से भेजा गया।
अमरीकी अधिकारियों के अनुसार, यह कदम अवैध प्रवासियों की त्वरित वापसी सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है। अमरीकी दूतावास के एक प्रवक्ता ने बताया कि सैन्य विमान का उपयोग नए प्रशासन की अवैध प्रवासियों की त्वरित वापसी की दिशा में एक प्रयास है।
भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा है कि सभी प्रत्यावर्तित नागरिकों की पृष्ठभूमि की जांच के बाद ही उन्हें स्वीकार किया जाएगा, जैसा कि पहले भी किया गया है। मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जयस्वाल ने कहा, “यदि दस्तावेज़ साझा किए जाते हैं और उनकी नागरिकता की पुष्टि होती है, तो हम उनकी वापसी की प्रक्रिया को आगे बढ़ाएंगे।”
यह घटनाक्रम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आगामी वाशिंगटन यात्रा से पहले हुआ है, जिसमें अमरीका और भारत के बीच अवैध प्रवास और अन्य द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा की संभावना है।
अमरीका और भारत के बीच अवैध प्रवास पर सहयोग बढ़ाने के प्रयासों के तहत, दोनों देशों ने संयुक्त रूप से अवैध प्रवासियों की पहचान, उनकी त्वरित वापसी और अवैध प्रवास से जुड़े अपराधों की रोकथाम के लिए कदम उठाए हैं।
इस घटनाक्रम से यह स्पष्ट होता है कि अमरीका और भारत अवैध प्रवास की समस्या से निपटने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं, जिससे दोनों देशों के बीच संबंधों में और मजबूती आएगी।